Class 8 Hindi chapter 10 question answer अकबरी लोटा

Follow US On 🥰
WhatsApp Group Join Now Telegram Group Join Now

कक्षा 8 हिंदी पाठ 10 के प्रश्न उत्तर: Ncert Solutions for Class 8 Hindi chapter 10

TextbookNcert
ClassClass 8
SubjectHindi
ChapterChapter 10
Chapter Nameअकबरी लोटा प्रश्न उत्तर
CategoryNcert Solutions
MediumHindi

क्या आप Class 8 Hindi chapter 10 question answer ढूंढ रहे हैं? अब आप यहां से akbari lota question answer Download कर सकते हैं।

कहानी की बात अकबरी लोटा प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: “लाला ने लोटा ले लिया, बोले कुछ नहीं, अपनी पत्नी का अदब मानते थे।”
लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया। आपके विचार से वे चुप क्यों रहे? अपने विचार लिखिए।

उत्तर 1: लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया क्योंकि वे अपनी पत्नी का अदब मानते थे। दूसरा वे पत्नी के तेज-तर्रार स्वभाव से भी अवगत थे उन्होंने सोचा कि अभी तो लोटे में पानी मिला है यदि चूँ कर दू तो कहीं बाल्टी में भोजन ना करना पड़े।

प्रश्न 2: लाला झाऊलाल जी ने फौरन दो और दो जोड़कर स्थिति को समझ लिया।” आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन-कौन सी बातें समझ ली होंगी?

उत्तर 2: लोटा गिरने पर गली में मचे शोर को सुनकर भारी भीड़ लाला झाऊलाल आँगन में घुस आई। एक अंग्रेज को भीगे हुए तथा पैर सहलाते हुए देखकर वे समझ गए कि स्थिति गंभीर है और इस समय उनका चुप रहना ही ठीक है।

प्रश्न 3: अंग्रेज के सामने बिलवासीजी ने झाऊलाल को पहचान ने तक से क्यों इनकार कर दिया था? आपके विचार से बिलवासीजी ऐसा अजीब व्यवहार क्यों कर रहे थे? स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर 3: पंडित बिलवासी जी देखते ही पूरा माजरा समझ गए और साथ ही उनके चालाक दिमाग में लाला जी के मदद के लिए एक योजना ने भी आकार ले लिया था। जिसके अन्तर्गत ही उन्होंने झाऊलाल को पहचानने से इनकार कर दिया और अजीब व्यवहार करने लगे ताकि अँगरेज़ को उनके योजना की भनक न लगे।  

प्रश्न 4: बिलवासी जी ने रुपयों का प्रबंध कहाँ से किया था? लिखिए।

उत्तर 4: बिलवासी जी ने लाला झाऊलाल को देने के लिए रुपयों का प्रबंध अपनी पत्नी की संदूक से चोरी करके कियाइसके लिए उन्होंने अपनी सोती हुई पत्नी के गले में पड़ी चेन से ताली निकाली और चुपचाप संदूक से रुपये निकालकर उसे बंद कर दियालाला झाऊलाल के लिए रुपये का इंतजाम अंग्रेज के माध्यम से हो जाने पर उन्होंने वे रुपए उसी तरह वापस रख दिये और उनकी पत्नी न जान सकी

प्रश्न 5: आपके विचार से अंग्रेज़ ने यह पुराना लोटा क्यों खरीद लिया? आपस में चर्चा करके वास्तविक कारण की खोज कीजिए और लिखिए।

उत्तर 5: अंग्रेज़ को पुरानी ऐतिहासिक चीज़ें इकट्ठा करने का शौक था। ऐसा इसलिए कह सकते है क्योंकि दुकान से पुरानी पीतल की मूर्तियाँ खरीद रहा था। अंग्रेज़ ने बिलवासी के कहने पर लोटा, अकबरी लोटा समझकर 500 रूपए में खरीदा।

अनुमान और कल्पना अकबरी लोटा प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: ”इस भेद को मेरे सिवाए मेरा ईश्वर ही जानता है। आप उसी से पूछ लीजिए। मैं नहीं बताँऊंगा।” बिलवासी जी ने यह बात किससे और क्यों कही? लिखिए।

उत्तर 1: ‘बिलवासी’ जी ने यह बात ‘लाला झाऊलाल’ से कही क्योंकि उसने ये पैसे अपनी पत्नी के संदूक से चुराए थे। इस रहस्य को वह ‘झाऊलाल’ के सामने खोलना नहीं चाहते थे।

प्रश्न 2: “उस दिन रात्रि में बिलवासीजी को देर तक नींद नहीं आई।” समस्या झाऊलाल कि थी और नींद बिलवासीजी कि उड़ी तो क्यों? लिखिए।

उत्तर 2: बिलवासी जी ने वो पैसे अपनी पत्नी के संदूक से चुराए थे और उन्हें पता था कि अगर उनकी पत्नी को ये बात पता चली तो हंगामा हो सकता है, इसीलिए वो अपनी पत्नी को बिना खबर लगे पैसे वापस उसी संदूक में रख देना चाहते थे ताकि अपनी संभावित फ़ज़ीहत से बचा जा सके। यही कारण था की बिलवासी जी को उस दिन देर रात तक नींद नहीं आयी।

प्रश्न 3: “लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।’
“अजी इसी सप्ताह में ले लेना।”
“सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से?”
झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए

उत्तर 3: लाला झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच हुई बातचीत से पता चलता है कि लालाजी ने पहले भी अपनी पत्नी से किए गए वायदे न निभा सके होंगेइसके अलावा यह भी पता चलता है कि –

  • उनकी पत्नी को लालाजी के वचनों पर विश्वास न था।
  • वह उनकी समय पर पैसों को न देने के स्वभाव से वाकिफ थी।
  • उनका स्वभाव झाऊलाल के स्वभाव से तेज था।
  • वह तर्क शक्ति से लालाजी को निरुत्तर कर दिया करती थी।
  • लाला झाऊलाल कंजूस स्वभाव के थे।

क्या होता यदि अकबरी लोटा प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: अंग्रेज़ लोटा न खरीदता?

उत्तर 1: यदि अंग्रेज़ लोटा नहीं खरीदता तो बिलवासी जी को अपनी पत्नी से चुराए हुए रूपए लाला झाऊलाल को देना पड़ता। अन्यथा झाऊलाल अपनी पत्नीपत्नि को पैसे नहीं दे पाते।

प्रश्न 2: यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?

उत्तर 2: यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता तो सम्भवत: लाला झाऊलाल को गिरफ्तार कर लिया जाता या उन्हें जुर्माना देना पड़ता। दोनों ही परिस्थितियों में लाला झाऊलाल अपनी पत्नी को दिया हुआ वचन निभाने में असमर्थ होते।

प्रश्न 3: जब बिलवासी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे थे, तभी उनकी पत्नी जाग जाती?

उत्तर 3: गले से चाबी निकालते समय यदि बिलवासी जी की पत्नी जग जाती तो अपनी पत्नी के समक्ष उन्हें शर्मिंदा होना पड़ता। चोरी का इल्ज़ाम भी बिलवासी जी को सहना पड़ता।

पता कीजिए अकबरी लोटा प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1:  “अपने वेग में उल्का को लजाता हुआ वह आँखों से ओझल हो गया।’ उल्का क्या होती है? उल्का और ग्रहों में कौन-कौन सी समानताएँ और अंतर होते हैं?

उत्तर 1: उल्का एक चमकदार प्रकाश होता है, जो तब दिखाई देता है जब कोई अंतरिक्षीय पिंड (अंतरिक्ष से आया पत्थर या धूल कण) पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है और घर्षण के कारण जलने लगता है। इसे आमतौर पर टूटता तारा भी कहा जाता है।

समानताएँ:

  1. उल्का और ग्रह दोनों अंतरिक्ष में पाए जाते हैं।
  2. दोनों प्राकृतिक खगोलीय पिंड हैं।

अंतर:

  • प्रकाश: उल्का केवल वायुमंडल में जलने पर चमकते हैं, जबकि ग्रह सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करते हैं।
  • आकार: उल्का छोटे पत्थर या धातु के टुकड़े होते हैं, जबकि ग्रह बड़े और गोलाकार होते हैं।
  • स्थिति: उल्का अंतरिक्ष में स्वतंत्र रूप से घूमते हैं, जबकि ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
  • जीवनकाल: उल्का पृथ्वी के वायुमंडल में जलकर नष्ट हो जाते हैं, जबकि ग्रह लंबे समय तक स्थिर रहते हैं।

प्रश्न 2: इस कहानी में अपने दो चीजों के बारे में मजेदार कहानियाँ पढ़ीं-अकबरी लोटे की कहानी और जहाँगीरी अंडे की कहानीआपके विचार से ये कहानियाँ सच्ची हैं या काल्पनिक?

उत्तर 2: ये कहानियाँ काल्पनिक हैं, क्योंकि इसमें वास्तविकता के स्थान पर सर्वत्र कल्पना का प्रयोग किया गया है। इनकी प्रमाणिकता सिद्ध करने वाले सदसों का भी अभाव है।

प्रश्न 3: अपने घर या कक्षा की किसी पुरानी चीज़ के बारे में ऐसी ही कोई मजेदार कहानी बनाइए

उत्तर 3: दादी की जादुई घड़ी

हमारे घर में एक पुरानी घड़ी थी, जिसे दादी बड़े जतन से संभालकर रखती थीं। यह कोई आम घड़ी नहीं थी—लकड़ी की बनी, ऊपर पीतल का काम, और बीच में एक काँच का ढक्कन। जब वह चलती, तो “टिक-टिक” की आवाज़ पूरे घर में गूँजती थी। लेकिन इस घड़ी की सबसे खास बात यह थी कि जब भी कोई इसे छूता, दादी तुरन्त चिल्ला उठतीं,
“हाथ मत लगाना! ये घड़ी जादुई है!”

हम बच्चे अक्सर आपस में फुसफुसाते—“क्या सच में जादुई है?” किसी को यकीन नहीं था, लेकिन हिम्मत भी नहीं होती थी कि बिना दादी की इजाज़त इसे छूएं।

एक दिन, हमारे चंचल चचेरे भाई, रोहन, ने हिम्मत कर ही ली। जैसे ही उसने घड़ी उठाई, अचानक “टन-टन-टन” की तेज़ आवाज़ आई और घड़ी उसके हाथ से छूटकर ज़मीन पर गिर गई। हम सबका दिल धड़क उठा! रोहन सहम गया, लेकिन घड़ी को कुछ नहीं हुआ। तभी दादी आईं और नाराज़ होते हुए बोलीं,
“कहा था ना, ये जादुई है! अगर ज्यादा छेड़छाड़ करोगे तो यह समय को रोक भी सकती है!”

अब तो हम सब और डर गए! दादी ने धीरे से घड़ी उठाई, उसे झाड़-पोंछकर मेज पर रखा, और रहस्यमयी मुस्कान के साथ चली गईं।

सालों बाद, जब हम बड़े हुए, तब हमें पता चला कि वह घड़ी सच में जादुई थी—लेकिन यादों की जादूगर! उसमें दादी की डाँट, हमारी शरारतें और बचपन के अनगिनत पल कैद थे। अब भी जब वह घड़ी हमारे स्टोर रूम में बंद है, तो हमें लगता है कि जैसे वह बीते दिनों की कहानियाँ सुनाने को तैयार बैठी हो!

प्रश्न 4: बिलवासी जी ने जिस तरीके से रुपयों का प्रबंध किया, वह सही था या गलत?

उत्तर 4: पंडित बिलवासी मिश्र ने अपने मित्र के लिए जिस तरीके से रुपयों का प्रबंध किया, उसके सही व गलत दोनों रूप सामने आते हैं। सही इसलिए, क्योंकि कठिनाई में फँसे मित्र की सहायता करना कोई बुरी बात नहीं है। गलत इसलिए, क्योंकि वे चाहते तो अपनी पत्नी से रुपये माँग सकते थे या फिर मित्र की सहायता करने के लिए उधार ले सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा न करके गलत कार्य किया। अत: उनका अपने घर में पत्नी की संदूक से रुपये निकालना सर्वथा गलत था।

भाषा की बात अकबरी लोटा प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: इस कहानी में लेखक ने जगह-जगह पर सीधी-सी बात कहने के बदले रोचक मुहावरों, उदाहरणों आदि के द्वारा कहकर अपनी बात को और अधिक मजेदार​/रोचक बना दिया है। कहानी से वे वाक्य चुनकर लिखिए जो आपको सबसे अधिक मजेदार लगे।

उत्तर 1:

  1. अब तक बिलवासी जी को वे अपनी आँखो से खा चुके होते।
  2. कुछ ऐसी गढ़न उस लोटे की थी कि उसका बाप डमरू, माँ चिलम रही हो।
  3. ढ़ाई सौ रूपए तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते हैं।

प्रश्न 2: इस कहानी में लेखक ने अनेक मुहावरों का प्रयोग किया है। कहानी में से पाँच मुहावरे चुनकर उनका प्रयोग करते हुए वाक्य लिखिए।

उत्तर 2: 1. चैन की नींद सोना – (निश्चिंत सोना)
कुख्यात चोर के पकड़े जाने पर पुलिस चैन की नींद सोई।

2. आँखों से खा जाना – (क्रोधित होना)
परीक्षा में कम अंक आने पर माँ ने पुत्र को ऐसे देखा मानो आँखों से ही खा जाएगी।

3. आँख सेंकने के लिए भी न मिलना – (दुर्लभ होना)
हस्तकला से बनी वस्तुएँ तो आजकल आँख सेंकने के लिए भी नहीं मिलती हैं।

4. मारा-मारा फिरना – (ठोकरें खाना)
बेटे आलीशान घर में रहते है और बाप बेचारा मारा-मारा फिरता हैं।

5. डींगे सुनना – (झूठ-मूठ की तारीफ सुनना)
लाला जी घर में तो भीगी बिल्ली है परंतु बाहर अपनी बहादुरी की डींगें मारते फ़िरते हैं।

यह भी देखें ✯ कक्षा 8

💞 SHARING IS CARING 💞
Ncert Books PDF

English Medium

Hindi Medium

Ncert Solutions and Question Answer

English Medium

Hindi Medium

Revision Notes

English Medium

Hindi Medium

Related Chapters