कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 11 नोट्स: विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव class 8 notes
Textbook | Ncert |
Class | Class 8 |
Subject | Science |
Chapter | Chapter 11 |
Chapter Name | विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव notes |
Medium | Hindi |
क्या आप Class 8 Science chapter 11 notes in hindi ढूंढ रहे हैं? अब आप यहां से विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव notes download कर सकते हैं। इस अध्याय में हम विद्युत चालक और कुचालक, जल में अम्ल, क्षार और लवण की उपस्थिति की पहचान, तथा विद्युत धारा के रासायनिक प्रभावों के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे।
विधुत धारा :-
🔹 किसी विधुत परिपथ में इलेक्ट्रॉन के प्रवाह को विधुत धारा कहते हैं। विधुत धारा एक भौतिक परिघटना है जिसमें आवेशित कण, जैसे कि इलेक्ट्रॉन, किसी चालक पदार्थ (जैसे तांबा या एल्युमिनियम) में एक दिशा में प्रवाहित होते हैं। विधुत धारा को एम्पियर (Ampere) में मापा जाता है, और इसका प्रतीक ‘I’ होता है।
सुचालक :-
🔹 सुचालक वह पदार्थ होता है जो विधुत धारा को आसानी से प्रवाहित होने देता है। उदाहरण: तांबा, एल्युमिनियम।
कुचालक :-
🔹 कुचालक वह पदार्थ होता है जो विधुत धारा का प्रवाह नहीं होने देता या बहुत कम होने देता है। उदाहरण: लकड़ी, रबर, प्लास्टिक।
द्रवों में विधुत चालन :- क्या द्रव विधुत का संचालन करते हैं?
🔹 हाँ, कुछ द्रव विधुत के सुचालक होते हैं, जबकि कुछ हिनचालक (कुचालक) होते हैं।
🔹 विधुत के सुचालक द्रव :- अम्ल, क्षारक, लवणों के विलयन ये द्रव विधुत धारा का संचालन करते हैं। उदाहरण: नींबू का रस, सिरका, चूने का पानी ये सभी विधुत के सुचालक हैं।
LED :-
🔹 LED का पूरा नाम ‘ प्रकाश उत्सर्जक डायोड है। उपयोग :- दुर्बल विधुत धारा प्रवाहित होने पर LED का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह उसमें भी दिप्त होता है।
जल में विधुत धारा का चालन :-
🔹 जब हम आसुत जल में नमक घोलते है। तो हमें नमक का घोल प्राप्त होता है। यह विधुत का अच्छा चालक है। जो जल हमें नलों, हैन्ड पम्पों, कुओं, तालों आदि से प्राप्त होता है। वह शुद्ध नहीं होता है। इसमें अनेक लवण धूले हो सकते है। खनिज लवणों की थोड़ी मात्रा इसमें प्राकृतिक रूप से विद्यमान होती है। इसलिए यह जल विधुत का सुचालक होता है।
विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव :-
🔹 जब किसी द्रव (जैसे अम्ल, क्षार या लवण का विलयन) में से विधुत धारा प्रवाहित की जाती है, तो उस द्रव में रासायनिक परिवर्तन होते हैं। इस प्रक्रिया में द्रव विघटित हो सकता है, गैस निकल सकती है, रंग में परिवर्तन हो सकता है या किसी पदार्थ की परत जमा हो सकती है। इन परिवर्तनों को ही विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव कहा जाता है।
विधुत लेपन :-
🔹 विधुत धारा द्वारा किसी वस्तु की सतह पर किसी वांछित धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को विधुत लेपन कहते हैं। यह प्रक्रिया विधुत धारा के रासायनिक प्रभाव पर आधारित होती है। इसका उपयोग किसी वस्तु को जंग से बचाने, सजावटी रूप देने, या उसे टिकाऊ और चमकदार बनाने के लिए किया जाता है।
विधुत लेपन क्यों किया जाता है?
- जंग से बचाने के लिए
- सजावट और चमक बढ़ाने के लिए
- धातु की टिकाऊपन बढ़ाने के लिए
- सस्ती धातु को महंगी धातु जैसा दिखाने के लिए
- घर्षण और घिसाव से सुरक्षा के लिए
- विधुत चालकता या रासायनिक गुण सुधारने के लिए