Class 8 Science chapter 12 question answer in hindi कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ

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कक्षा 8 विज्ञान के प्रश्न उत्तर पाठ 12: कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ class 8 question answer

TextbookNcert
ClassClass 8
Subjectविज्ञान
ChapterChapter 12
Chapter Nameकुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ प्रश्न उत्तर
CategoryNcert Solutions
MediumHindi

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प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किसे घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित नहीं किया जा सकता?
(क) प्लास्टिक का पैमाना
(ख) तांबे की छड़
(ग) फूला हुआ गुब्बारा
(घ) ऊनी वस्त्र

उत्तर 1: (ख) तांबे की छड़

प्रश्न 2: जब काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ते हैं तो छड़-
(क) तथा कपड़ा दोनों धनावेश अर्जित कर लेते हैं।
(ख) धनावेशित हो जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता है।
(ग) तथा कपड़ा दोनों ऋणावेश अर्जित कर लेते हैं।
(घ) ऋणावेशित हो जाती है तथा कपड़ा धनावेशित हो जाता है।

उत्तर 2: (ख) धनावेशित हो जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता है।

प्रश्न 3: निम्नलिखित कथनों के सामने सही के सामने T तथा गलत के सामने F लिखिए
(क) सजातीय आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।
(ख) आवेशित काँच की छड़ आवेशित प्लास्टिक स्ट्रा को आकर्षित करती है।
(ग) तड़ित चालक किसी भवन की तड़ित से सुरक्षा नहीं कर सकता।
(घ) भूकंप की भविष्यवाणी की जा सकती है।

उत्तर 3: (क) (F), (ख) (T), (ग) (F), (घ) (F)

प्रश्न 4: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट-चट की ध्वनि सुनाई देती है। व्याख्या कीजिए।

उत्तर 4: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट-चट की ध्वनि सुनाई देती है ऐसा इसलिए क्योंकि स्वेटर उतारते समय स्वेटर और हमारे शरीर के बीच घर्षण होने के कारण स्वेटर आवेश अर्जित कर लेती है। परिणामस्वरूप स्वेटर से चट-चट की ध्वनि सुनाई देती है।

प्रश्न 5: जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वह अपना आवेश खो देती है, व्याख्या कीजिए।

उत्तर 5: यदि हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो उसका आवेश हमारे शरीर से होकर पैरों की सहायता से पृथ्वी में चला जाता है और आवेशित वस्तु अनावेशित हो जाती है। इस प्रक्रिया को भूसम्पर्कन कहते हैं।

प्रश्न 6: उस पैमाने का नाम लिखिए जिस पर भूकम्पों की विनाशी ऊर्जा मापी जाती है। इस पैमाने पर किसी भूकम्प की माप 3 है। क्या इसे भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफी) से रिकार्ड किया जा सकेगा? क्या इससे अधिक हानि होगी।

उत्तर 6: रिक्टर पैमाने, जिसमें 1 से 10 तक की रीडिंग होती है, भूकम्प की विनाशकारी ऊर्जा की गणना करता है। एक भूकम्पी तरंगें रिक्टर पैमाने पर 3 की तीव्रता की रीडिंग रिकॉर्ड करेगा। यदि रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3 है तो भूकंप से अधिक हानि होने की संभावना नहीं है। आम तौर पर, 5 से ज़्यादा तीव्रता वाले भूकम्प विनाशकारी प्रकृति के माने जाते हैं।

प्रश्न 7: तड़ित से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।

उत्तर 7: तड़ित (आकाशीय बिजली) से सुरक्षा के लिए निम्नलिखित तीन उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. तड़ित चालक (Lightning Conductor) का उपयोग करें: ऊँची इमारतों, टावरों और घरों पर तड़ित चालक लगवाएँ, जिससे बिजली सीधे जमीन में प्रवाहित हो जाए और भवन सुरक्षित रहे।
  2. खुले स्थानों से बचें: आकाशीय बिजली गिरने के समय खुले मैदान, ऊँचे पेड़, जलाशय (तालाब, झील, नदी) और धातु के खंभों से दूर रहें। यदि बाहर हैं और आश्रय उपलब्ध नहीं है, तो जमीन पर न लेटें, बल्कि झुककर बैठें और पैरों को साथ रखें।
  3. विद्युत उपकरणों से दूर रहें: बिजली चमकने या गरजने के दौरान टेलीविजन, मोबाइल चार्जिंग, वायर्ड फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें। धातु की वस्तुओं (साइकिल, बाइक, छतरी, तार की बाड़) के संपर्क से बचें।

प्रश्न 8: आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है, जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है। व्याख्या कीजिए।

उत्तर 8: आवेशित गुब्बारों की सतह पर मौजूद आवेशों की प्रकृति समान होती है। क्योंकि समान आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, इसलिए दो आवेशित गुब्बारे एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। जब एक आवेशित वस्तु को एक अनावेशित वस्तु के निकट लाते हैं, तो आवेशों के प्रेरण के कारण अनावेशित वस्तु अपनी सतह पर आवेश प्राप्त कर लेता है।

आवेशित वस्तु के संबंध में आवेश विपरीत प्रकृति के होते हैं। क्योंकि असमान आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं, इसलिए एक आवेशित वस्तु हमेशा एक अनावेशित वस्तु को आकर्षित करता है। परिणामस्वरूप, एक अन्य आवेशित गुब्बारा एक अनावेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है।

प्रश्न 9: चित्र की सहायता से किसी ऐसे उपकरण का वर्णन कीजिए जिसका उपयोग किसी आवेशित वस्तु की पहचान में होता है। 

उत्तर 9: विद्युतदर्शी का उपयोग यह पता लगाने के लिए किया जा सकता है कि कोई वस्तु आवेशित है या नहीं। नीचे दिया गया चित्र एक सरल विद्युतदर्शी दर्शाता है।

इसमें एक धातु की छड़ होती है। छड़ के एक सिरे पर एल्युमीनियम की पन्‍नी की दो पत्तियाँ लगी होती हैं और दूसरे सिरे पर एक धातु चक्र होता है। एल्युमीनियम की पन्‍नी की पत्तियों को एक शंक्वाकार फ्लास्क के अंदर रखा जाता है और पत्तियों को वायु से अलग रखने के लिए फ्लास्क को कॉर्क किया जाता है। जब धातु चक्र को किसी आवेशित वस्तु से छुआ जाता है, तो एल्युमीनियम की पट्टियाँ एक दूसरे से दूर चली जाती हैं।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वस्तु के कुछ आवेश धातु की छड़ के माध्यम से पट्टियों में स्थानांतरित हो जाते हैं। किसी वस्तु को आवेशन करने की इस विधि को चालन द्वारा आवेशन कहा जाता है। पत्तियों और आवेशित वस्तु दोनों पर आवेश की प्रकृति समान है। इसलिए, एल्युमीनियम की पन्‍नी की दोनों पत्तियाँ एक दूसरे से दूर हो जाएँगी। यदि वस्तु आवेशित न होता, तो पन्‍नी की पत्तियाँ वैसी ही रहतीं जैसी वे पहले थीं। वे एक दूसरे को प्रतिकर्षित नहीं करतीं।

प्रश्न 10: भारत के उन तीन राज्यों (प्रदेशों) की सूची बनाइए जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक संभावित है।

उत्तर 10: भारत में भूकम्पों के झटके अधिक संभावित होने वाले तीन राज्य (प्रदेश) निम्नलिखित हैं:

  1. जम्मू और कश्मीर: यह क्षेत्र हिमालय के सक्रिय भूकम्पीय क्षेत्र में स्थित है, जहाँ टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों के कारण भूकम्प आने की संभावना अधिक होती है।
  2. हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश भी हिमालय क्षेत्र में स्थित है और यहाँ भूकम्पीय गतिविधियाँ अधिक होती हैं। इस क्षेत्र में भूकम्प का खतरा हमेशा बना रहता है।
  3. उत्तराखंड: उत्तराखंड भी हिमालय के भूकम्पीय क्षेत्र में आता है। यहाँ भूकम्प आने की संभावना अधिक है, क्योंकि यह क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेटों के संचलन से प्रभावित है।

इन राज्यों के अलावा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी भूकम्प का खतरा अधिक होता है। ये क्षेत्र भूकम्पीय दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील माने जाते हैं।

प्रश्न 11: मान लीजिए आप घर से बाहर हैं तथा भूकम्प के झटके लगते हैं। आप अपने बचाव के लिए क्या सावधानियाँ बरतेंगें?

उत्तर 11: यदि मैं घर से बाहर हूँ और भूकम्प के झटके लगते हैं, तो मैं निम्नलिखित सावधानियाँ बरतूंगा/बरतूंगी ताकि अपने बचाव को सुनिश्चित कर सकूं:

  1. खुले स्थान पर जाएँ: यदि संभव हो, तो तुरंत खुले मैदान या खाली जगह पर चले जाएँ।
  2. भवनों से दूर रहें: इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों और अन्य ऊँची संरचनाओं से दूर रहें।
  3. सिर और गर्दन को सुरक्षित रखें: यदि बाहर नहीं जा सकते, तो किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएँ और सिर व गर्दन को हाथों से सुरक्षित करें।
  4. ग्लास और गिरने वाली वस्तुओं से बचें: खिड़कियों, शीशे और भारी वस्तुओं से दूर रहें।
  5. वाहन में होने पर रुक जाएँ: यदि वाहन चला रहे हैं, तो सुरक्षित स्थान पर रुक जाएँ और वाहन में ही बैठे रहें।
  6. भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें: बाजार या भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें।
  7. शांत रहें और सतर्क रहें: घबराएँ नहीं, शांत रहें और आसपास के माहौल पर नजर रखें।

प्रश्न 12: मौसम विभाग यह भविष्यवाणी करता है कि किसी निश्चित दिन तड़ित झंझा की संभावना है और मान लीजिए उस दिन आपको बाहर जाना है। क्या आप छतरी लेकर जाँएगे? व्याख्या कीजिए।

उत्तर 12: यदि मौसम विभाग यह भविष्यवाणी करता है कि तड़ित झंझा की संभावना है तो उस दिन हम छतरी लेकर बाहर नहीं जाएँगे क्योंकि यह सुरक्षित नहीं है। चूँकि तड़ित झंझा एक प्रकार का विद्युत वित्सृजन है और छाते की डंडी धातु की बनी होती है, इसलिए तड़ित उसके पाइप पर आघात कर सकती है, जो कि खतरनाक है।

यह भी देखें ✯ कक्षा 8

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