कक्षा 9 विज्ञान पाठ 4 के प्रश्न उत्तर: परमाणु की संरचना प्रश्न उत्तर
Textbook | Ncert |
Class | Class 9 |
Subject | विज्ञान |
Chapter | Chapter 4 |
Chapter Name | परमाणु की संरचना class 9 question answer |
Category | Ncert Solutions |
Medium | Hindi |
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पाठ्य प्रश्न [Pages 43 ]
प्रश्न 1: केनाल किरणें क्या हैं?
उत्तर 1: “कैनाल किरणें” शब्द का तात्पर्य उन किरणों की किरण से है जो एनोड से कैथोड की ओर तब जाती हैं जब डिस्चार्ज ट्यूब में रखी गई गैस उच्च वोल्टेज और कम दबाव के संपर्क में आती है। एनोड किरणें उनका दूसरा नाम है। 1886 में, इसे ई. गोल्डस्टीन ने खोजा था।
प्रश्न 2: यदि किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन है, तो इसमें कोई आवेश होगा या नहीं?
उत्तर 2: एक इलेक्ट्रॉन ऋणावेशित कण तथा एक प्रोटॉन धनावेशित कण होता है। दोनों कणों का आवेश बराबर होता है। इसलिए किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन है, तो इसमें कोई आवेश नहीं होगा। इस प्रकार यह एक उदासीन परमाणु होगा।
पाठ्य प्रश्न [Pages 46 ]
प्रश्न 1: परमाणु उदासीन है, इस तथ्य को टॉमसन के मॉडल के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 1: टॉमसन के मॉडल के आधार पर परमाणु धन आवेशित गोले का बना होता है और इलेक्ट्रॉन उसमें धंसे होते हैं। ऋणात्मक और धनात्मक आवेश परिमाण में समान होते हैं। इसलिए परमाणु वैद्युतीय रूप से उदासीन होते हैं।
प्रश्न 2: रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार, परमाणु के नाभिक में कौन सा अवपरमाणुक कण विद्यमान है?
उत्तर 2: रदरफ़ोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार, “परमाणु के नाभिक धनात्मक आवेश विशिष्ट होते है अर्थात नाभिक में प्रोटॉन (धनात्मक आवेशित कण) विद्यमान है।”
प्रश्न 3: तीन कक्षाओं वाले बोर के परमाणु मॉडल का चित्र बनाइए।
उत्तर 3:
प्रश्न 4: क्या अल्फ़ा कणों का प्रकीर्णन प्रयोग सोने के अतिरिक्त दूसरी धातु की पन्नी से संभव होगा?
उत्तर 4: यदि अल्फ़ा कणों का प्रकीर्णन प्रयोग सोने जैसी पतली पन्नी से करने पर तेज गति से चल रहे ये कण सीधा निकल गए। सोने की यह पन्नी 1000 परमाणुओं के बराबर मोटी होती है। चूँकि अन्य धातु के अपेक्षाकृत कम लचीला होने के कारण यह प्रयोग असंभव होगा। यदि हम मोटी पन्नी का उपयोग करते हैं तो इस प्रयोग का होना संभव नहीं होगा।
पाठ्य प्रश्न [Pages 46 ]
प्रश्न 1: परमाणु के तीन अवपरमाणुक कणों के नाम लिखें।
उत्तर 1: परमाणु के तीन अवपरमाणुक कणों के नाम:
इलेक्ट्रॉन
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
प्रश्न 2: हीलियम परमाणु का परमाणु द्रव्यमान 4u है और उसके नाभिक में दो प्रोटॉन होते हैं। इसमें कितने न्यूट्रॉन होंगे?
उत्तर 2: परमाणु द्रव्यमान = 4u
परमाणु द्रव्यमान = न्यूट्रॉन की संख्या + प्रोटॉन की संख्या
4 = न्यूट्रॉन की संख्या + 2
न्यूट्रॉन की संख्या = 4 − 2
न्यूट्रॉन की संख्या = 2
∴ हीलियम परमाणु में न्यूट्रॉन की संख्या = 2 है।
पाठ्य प्रश्न [Pages 47 ]
प्रश्न 1: कार्बन और सोडियम के परमाणुओं के लिए इलेक्ट्रॉन-वितरण लिखिए।
उत्तर 1: कार्बन परमाणु में इलेक्ट्रॉन की संख्या = 6
अतः, प्रथम कोश (K-कोश) में 2 इलेक्ट्रॉन होंगे तथा शेष 4 इलेक्ट्रॉन दूसरे कोश अर्थात् L-कोश में उपस्थित होंगे। इस प्रकार वितरण इस प्रकार होगा।
K | L |
2 | 4 |
सोडियम के परमाणु में इलेक्ट्रॉन की संख्या = 11
अतः, प्रथम कोश (K-कोश) में 2 इलेक्ट्रॉन होंगे तथा दूसरे कोश (L-कोश) में 8 इलेक्ट्रॉन होंगे तथा तीसरे कोश (M-कोश) में 1 इलेक्ट्रॉन होगा। इस प्रकार, वितरण इस प्रकार होगा।
K | L | M |
2 | 8 | 1 |
प्रश्न 2: अगर किसी परमाणु का K और L कोश भरा है, तो उस परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्या होगी?
उत्तर 2: किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या पहले कक्ष या K कोश में 2 तथा L कोश में अधिकतम इलेक्ट्रॉनों संख्या 8 हो सकती है। इस प्रकार उस परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 10 होगी।
पाठ्य प्रश्न [Pages 48 ]
प्रश्न 1: क्लोरीन, सल्फ़र और मैग्नीशियम की परमाणु संख्या से आप इसकी संयोजकता कैसे प्राप्त करेंगे?
उत्तर 1: संयोजकता किसी तत्व की वह क्षमता होती है जिससे वह अन्य तत्वों के साथ रासायनिक बंध बना सकता है। इसे तत्व की परमाणु संख्या से ज्ञात किया जा सकता है, क्योंकि परमाणु संख्या से हमें इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पता चलता है, और वही संयोजकता निर्धारित करता है।
1. क्लोरीन (Cl)
- परमाणु संख्या: 17
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास: 2, 8, 7
- संयोजकता: 1 (1 इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है)
2. सल्फ़र (S)
- परमाणु संख्या: 16
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास: 2, 8, 6
- संयोजकता: 2 (2 इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है)
3. मैग्नीशियम (Mg)
- परमाणु संख्या: 12
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास: 2, 8, 2
- संयोजकता: 2 (2 इलेक्ट्रॉन देता है)
तत्व | परमाणु संख्या | इलेक्ट्रॉनिक विन्यास | संयोजकता |
---|---|---|---|
क्लोरीन | 17 | 2, 8, 7 | 1 (ग्रहण करता है) |
सल्फ़र | 16 | 2, 8, 6 | 2 (ग्रहण करता है) |
मैग्नीशियम | 12 | 2, 8, 2 | 2 (देता है) |
पाठ्य प्रश्न [Pages 49 ]
प्रश्न 1: यदि किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 8 है और प्रोटॉनों की संख्या भी 8 है तब,
(a) परमाणु की परमाणुक संख्या क्या है?
(b) परमाणु का क्या आवेश है?
उत्तर 1: (a) परमाणुक संख्या प्रोटॉनों की संख्या के बराबर होता है। इसलिए परमाणुक संख्या 8 है।
(b) चूँकि इलेक्ट्रॉन तथा प्रोटॉन की संख्या बराबर है, इसलिए परमाणु का आवेश 0 है।
प्रश्न 2: सारणी की सहायता से ऑक्सीजन और सल्फ़र-परमाणु की द्रव्यमान संख्या ज्ञात कीजिए।
विभिन्न शैलों में इलेक्ट्रॉनों के वितरण के साथ पहले अठारह तत्वों के परमाणुओं का संयोजन | ||||||||||
तत्व का नाम | प्रतीक | परमाणु संख्या | प्रोटॉनों की संख्या | न्यूट्रोनों की संख्या | इलेक्ट्रॉनों की संख्या | इलेक्ट्रॉनों का वितरण | संयोजकता | |||
K | L | M | N | |||||||
हायड्रोजन | H | 1 | 1 | – | 1 | 1 | – | – | – | 1 |
हीलियम | He | 2 | 2 | 2 | 2 | 2 | – | – | – | 0 |
लीथियम | Li | 3 | 3 | 4 | 3 | 2 | 1 | – | – | 1 |
बेरिलियम | Be | 4 | 4 | 5 | 4 | 2 | 2 | – | – | 2 |
बोरान | B | 5 | 5 | 6 | 5 | 2 | 3 | – | – | 3 |
कार्बन | C | 6 | 6 | 6 | 6 | 2 | 4 | – | – | 4 |
नाइट्रोजन | N | 7 | 7 | 7 | 7 | 2 | 5 | – | – | 3 |
ऑक्सीजन | O | 8 | 8 | 8 | 8 | 2 | 6 | – | – | 2 |
फ़्लोरिन | F | 9 | 9 | 10 | 9 | 2 | 7 | – | – | 1 |
नियॉन | Ne | 10 | 10 | 10 | 10 | 2 | 8 | – | – | 0 |
सोडियम | Na | 11 | 11 | 12 | 11 | 2 | 8 | 1 | – | 1 |
मैग्नीशियम | Mg | 12 | 12 | 12 | 12 | 2 | 8 | 2 | – | 2 |
ऐलुमिनियम | Al | 13 | 13 | 14 | 13 | 2 | 8 | 3 | – | 3 |
सिलिकॉन | Si | 14 | 14 | 14 | 14 | 2 | 8 | 4 | – | 4 |
फॉस्फोरस | P | 15 | 15 | 16 | 15 | 2 | 8 | 5 | – | 3.5 |
सल्फ़र | S | 16 | 16 | 16 | 16 | 2 | 8 | 6 | – | 2 |
क्लोरीन | Cl | 17 | 17 | 18 | 17 | 2 | 8 | 7 | – | 1 |
ऑर्गन | Ar | 18 | 18 | 22 | 18 | 2 | 8 | 8 | – | 0 |
उत्तर 2: एक परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या को द्रव्यमान संख्या कहा जाता है।
अर्थात द्रव्यमान संख्या = प्रोटॉन की संख्या + न्यूट्रॉन की संख्या
द्रव्यमान संख्या = 8 + 8 = 16
सल्फ़र प्रोटॉन = 16, न्यूट्रॉन = 16
द्रव्यमान संख्या = 16 + 16 = 32
पाठ्य प्रश्न [Pages 50 ]
प्रश्न 1: चिह्न H, D और T के लिए प्रत्येक में पाए जाने वाले तीन अवपरमाणुक कणों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर 1: हाइड्रोजन के समस्थानिकों के अवपरमाणुक कण
चिह्न | प्रोटॉन की संख्या | न्यूट्रॉन की संख्या | इलेक्ट्रॉन की संख्या |
---|---|---|---|
H (प्रोटियम) | 1 | 0 | 1 |
D (ड्यूटेरियम) | 1 | 1 | 1 |
T (ट्रिटियम) | 1 | 2 | 1 |
प्रश्न 2: समस्थानिक और समभारिक के किसी एक युग्म का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए।
उत्तर 2: 12C6 तथा 14C6 समस्थानिक हैं जिसके इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (2, 4) एक समान होते हैं|
22Ne10 तथा 22Ne11 समभारिक हैं जिसके इलेक्ट्रॉनिक विन्यास अलग-अलग होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं:
22Ne10 – 2, 8
22Ne11 – 2, 8, 1
अभ्यास
प्रश्न 1: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुणों की तुलना कीजिए।
उत्तर 1: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुणों की तुलना –
कण | आवेश की प्रकृति | द्रव्यमान | स्थिति |
इलेक्ट्रॉन | इलेक्ट्रॉन ऋणावेशित होते हैं। | 9 x 10–31kg | नाभिक के बाहर कक्ष में स्थित होते हैं। |
प्रोटॉन | प्रोटॉन धनावेशित होते हैं। | 1.672 x 10–27kg | नाभिक के अंदर स्थित होते हैं। |
न्यूट्रॉन | न्यूट्रॉन उदासीन होते हैं। | प्रोटॉन के द्रव्यमान के बराबर होता है। | नाभिक के अंदर स्थित होते हैं। |
प्रश्न 2: जे. जे. टॉमसन के परमाणु मॉडल की क्या सीमाएँ हैं ?
उत्तर 2: थॉमसन के मॉडल की सीमाएँ नीचे वर्णित हैं:
- थॉमसन के परमाणु मॉडल में परमाणु को एकसमान धनात्मक आवेश वाला गोला माना जाता है। बाद के शोधों, विशेष रूप से रदरफोर्ड के कण-प्रकीर्णन प्रयोग से पता चला कि परमाणु के केंद्र में एक धनात्मक आवेश वाला ‘कोर’ होता है।
- थॉमसन के परमाणु मॉडल के अनुसार, परमाणु का द्रव्यमान समान रूप से वितरित माना जाता है। रदरफोर्ड के प्रयोग से पता चला कि परमाणु का पूरा द्रव्यमान परमाणु के कोर के अंदर केंद्रित होता है।
प्रश्न 3: रदरफ़ोर्ड के परमाणु मॉडल की क्या सीमाएँ है?
उत्तर 3: रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की निम्नलिखित सीमाएँ हैं:
• यह मॉडल परमाणु स्थिरता की व्याख्या करने में असफल रहा है।
• नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की वितरण की व्याख्या यह मॉडल नहीं करता।
प्रश्न 4: बोर के परमाणु मॉडल की व्याख्या कीजिए।
उत्तर 4: नील्स बोर ने 1913 में हाइड्रोजन परमाणु के अध्ययन के आधार पर अपना परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया। यह रदरफोर्ड के मॉडल की कमियों को दूर करता है।
बोर के परमाणु मॉडल के मुख्य बिंदु:
- निर्धारित ऊर्जा स्तर: इलेक्ट्रॉन, नाभिक के चारों ओर निश्चित वृत्ताकार कक्षाओं (shells) में घूमते हैं जिन्हें K, L, M… या n = 1, 2, 3… से दर्शाया जाता है।
- ऊर्जा का अवशोषण या उत्सर्जन: जब इलेक्ट्रॉन एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाता है, तो वह ऊर्जा का उत्सर्जन या अवशोषण करता है।
- स्थिर कक्षाएँ: इलेक्ट्रॉन जब किसी निश्चित कक्षा में घूमता है, तो वह ऊर्जा नहीं खोता — इसलिए परमाणु स्थिर होता है।
- क्वांटम सिद्धांत आधारित: इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा क्वांटम के रूप में होती है (E = hf)। यह मॉडल क्वांटम सिद्धांत के करीब था।
प्रश्न 5: इस अध्याय में दिए गए सभी परमाणु मॉडलों की तुलना कीजिए।
उत्तर 5: परमाणु मॉडलों की तुलना
विशेषता | थॉमसन मॉडल (1897) | रदरफोर्ड मॉडल (1911) | बोर मॉडल (1913) |
---|---|---|---|
नाम | किशमिश मॉडल / पुदिंग मॉडल | नाभिकीय मॉडल | स्थिर कक्षा मॉडल |
प्रस्तावक | जे. जे. थॉमसन | अर्नेस्ट रदरफोर्ड | नील्स बोर |
मुख्य विशेषता | इलेक्ट्रॉन धनात्मक द्रव्य में फैले होते हैं | धनात्मक नाभिक और चारों ओर इलेक्ट्रॉन | इलेक्ट्रॉन निश्चित कक्षाओं में घूमते हैं |
नाभिक की जानकारी | नाभिक का कोई विचार नहीं था | नाभिक की खोज और केंद्र में स्थित बताया | नाभिक स्थिर है, और इलेक्ट्रॉन कक्षा में घूमते हैं |
इलेक्ट्रॉन की गति | स्थिर रूप से स्थित | नाभिक के चारों ओर घूमते हैं | निश्चित ऊर्जा वाली कक्षा में घूमते हैं |
ऊर्जा परिवर्तन | नहीं बताया | नहीं बताया | ऊर्जा के अवशोषण/उत्सर्जन से कक्षा बदलते हैं |
सीमाएँ | नाभिक की जानकारी नहीं | स्थिरता नहीं समझा सका | भारी तत्वों के लिए उपयुक्त नहीं |
प्रश्न 6: पहले अठारह तत्वों के विभिन्न कक्षों में इलेक्ट्रॉन वितरण के नियम लिखिए।
उत्तर 6: इलेक्ट्रॉन वितरण के नियम (Rules for Electron Distribution):
इसे बोर-बुरी सिद्धांत (Bohr-Bury rules) के आधार पर समझा जाता है:
- प्रथम कक्षा (K) में अधिकतम 2 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं।
- द्वितीय कक्षा (L) में अधिकतम 8 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं।
- तृतीय कक्षा (M) में भी अधिकतम 8 इलेक्ट्रॉन (स्थिरता तक) होते हैं।
- इलेक्ट्रॉन भरते समय पहले निम्न ऊर्जा वाली कक्षा को भरते हैं।
सूत्र: 2n² (जहाँ n = कक्षा संख्या)
पहले 18 तत्वों का इलेक्ट्रॉन वितरण:
क्रमांक | तत्व | परमाणु संख्या (Z) | इलेक्ट्रॉन वितरण (K, L, M) |
---|---|---|---|
1 | H | 1 | 1 |
2 | He | 2 | 2 |
3 | Li | 3 | 2, 1 |
4 | Be | 4 | 2, 2 |
5 | B | 5 | 2, 3 |
6 | C | 6 | 2, 4 |
7 | N | 7 | 2, 5 |
8 | O | 8 | 2, 6 |
9 | F | 9 | 2, 7 |
10 | Ne | 10 | 2, 8 |
11 | Na | 11 | 2, 8, 1 |
12 | Mg | 12 | 2, 8, 2 |
13 | Al | 13 | 2, 8, 3 |
14 | Si | 14 | 2, 8, 4 |
15 | P | 15 | 2, 8, 5 |
16 | S | 16 | 2, 8, 6 |
17 | Cl | 17 | 2, 8, 7 |
18 | Ar | 18 | 2, 8, 8 |
प्रश्न 7: सिलिकॉन और ऑक्सीजन का उदाहरण लेते हुए संयोजकता की परिभाषा दीजिए।
उत्तर 7: संयोजकता, संयोजकता कोश में इलेक्ट्रॉनों के अष्टक को पूरा करने के लिए प्राप्त, खोए या साझा किए गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या को संदर्भित करती है।
सिलिकॉन की संयोजकता: इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास → 2, 8, 4 है
इस प्रकार, अष्टक को पूरा करने के लिए 4 इलेक्ट्रॉन अन्य परमाणुओं के साथ साझा किए जाते हैं, और इसलिए इसकी संयोजकता = 4 है।
ऑक्सीजन की संयोजकता: इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास → 2, 6 है
इस प्रकार, यह अपना अष्टक पूरा करने के लिए 2 इलेक्ट्रॉन प्राप्त करेगा। इसलिए इसकी संयोजकता = 2 है।
प्रश्न 8: उदाहरण के साथ व्याख्या कीजिए- परमाणु संख्या, द्रव्यमान संख्या, समस्थानिक और समभारिक समस्थानिकों के कोई दो उपयोग लिखिए।
उत्तर 8: 1. परमाणु संख्या
- किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु क्रमांक कहते हैं।
- इसे Z से दर्शाया जाता है।
- उदाहरण के लिए, 20Ca40, में परमाणु क्रमांक = 20
2. द्रव्यमान संख्या: किसी तत्व की द्रव्यमान संख्या उसमें उपस्थित प्रोटॉन की संख्या और न्यूट्रॉन की संख्या के कुल योग के बराबर होती है।
उदाहरण: कार्बन में प्रोटॉन की संख्या = 6
न्यूट्रॉन की संख्या = 6
अतः द्रव्यमान संख्या = प्रोटॉन की संख्या + न्यूट्रॉन की संख्या
= 6 + 6 = 12
3. समस्थानिक एक ही तत्व के परमाणुओं को, जिनकी परमाणु संख्या समान होती है, परंतु उनकी द्रव्यमान संख्या भिन्न-भिन्न होती है, उन्हें समस्थानिक कहते है।
जैसे- 126C और 146C
4. समभारिक समस्थानिक: उन तत्वों के परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान होती है, परंतु परमाणु संख्या भिन्न होती है, उन्हें समभारिक कहते है।
जैसे- नाभिकीय ऊर्जा: समभारिक समस्थानिकों का उपयोग नाभिकीय रिएक्टरों में किया जाता है, जैसे Ca-40 और Ar-40 का उपयोग विकिरण की उत्पत्ति में किया जाता है।
प्रश्न 9: Na+ के पूरी तरह से भरे हुए K व L कोश होते हैं- व्याख्या कीजिए।
उत्तर 9: सोडियम की परमाणु संख्या 11 होती है। इसलिए उदासीन सोडियम परमाणु में 11 इलेक्ट्रॉन होते हैं और इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2,8,1 है। लेकिन Na+ में 10 इलेक्ट्रॉन होते हैं। 10 में, K कोश तथा L कोश में क्रमशः 2 तथा 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं। इस प्रकार Na+ के पूरी तरह से भरे हुए K व L कोश होते हैं।
प्रश्न 10: अगर ब्रोमीन परमाणु दो समस्थानिकों [35Br79 (49.7%) तथा 35Br81 (50.3%)] के रूप में है, तो ब्रोमीन परमाणु के औसत परमाणु द्रव्यमान की गणना कीजिए।
उत्तर 10: हमें दिए गए हैं ब्रोमीन के दो समस्थानिक:
- ³⁵Br⁷⁹ → द्रव्यमान = 79, अनुपात = 49.7%
- ³⁵Br⁸¹ → द्रव्यमान = 81, अनुपात = 50.3%
औसत परमाणु द्रव्यमान का सूत्र:
\(\text{औसत परमाणु द्रव्यमान} = \frac{(79 \times 49.7) + (81 \times 50.3)}{100}\)
गणना:
\(= \frac{(3936.3) + (4074.3)}{100}\)
\(= \frac{8010.6}{100}\)
= 80.11
ब्रोमीन का औसत परमाणु द्रव्यमान = 80.11 amu
प्रश्न 11: एक तत्व X का परमाणु द्रव्यमान 16.2u है, तो इसके किसी एक नमूने में समस्थानिकों 8X16 और 8X18 का प्रतिशत क्या होगा।
उत्तर 11: हमें दिया गया है:
- तत्व X का औसत परमाणु द्रव्यमान = 16.2 u
- दो समस्थानिक हैं:
- 8X¹⁶ → द्रव्यमान = 16 u
- 8X¹⁸ → द्रव्यमान = 18 u
- मान लो 8X¹⁶ का प्रतिशत = x%
तो 8X¹⁸ का प्रतिशत = (100 – x)%
औसत द्रव्यमान का सूत्र:
\(16.2 = \frac{(16 \times x) + (18 \times (100 – x))}{100}\)
गणना:
\(16.2 = \frac{16x + 1800 – 18x}{100}\)
\(16.2 = \frac{1800 – 2x}{100}\)
अब दोनों तरफ 100 से गुणा करें:
1620 = 1800 – 2x
2x = 1800 – 1620 = 180
\(x = \frac{180}{2} = 90\)
- 8X¹⁶ का प्रतिशत = 90%
- 8X¹⁸ का प्रतिशत = 10%
प्रश्न 12: यदि तत्व का Z = 3 हो तो तत्व की संयोजकता क्या होगी? तत्व का नाम भी लिखिए।
उत्तर 12: Z = 3 से हमारा तात्पर्य है कि तत्व की परमाणु संख्या 3 है। इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 1 है। इसलिए, तत्व की संयोजकता 1 है, (क्योंकि सबसे बाहरी शेल में केवल एक इलेक्ट्रॉन है)। इसलिए, Z = 3 वाला तत्व लिथियम है।
प्रश्न 13: दो परमाणु स्पीशीज़ के केंद्रकों का संघटन नीचे दिया गया है।
X | Y | |
प्रोटॉन | 6 | 6 |
न्यूट्रॉन | 6 | 8 |
X और Y की द्रव्यमान संख्या ज्ञात कीजिए। इन दोनों स्पीशीज़ में क्या संबंध है?
उत्तर 13: X की द्रव्यमान संख्या = प्रोटॉन की संख्या + न्यूट्रॉन की संख्या
= 6 + 6 = 12
Y की द्रव्यमान संख्या = प्रोटॉन की संख्या + न्यूट्रॉन की संख्या
= 6 + 8 = 14
X तथा Y समस्थानिक है।
प्रश्न 14: निम्नलिखित वक्तव्यों में गलत के लिए F और सही के लिए T लिखें।
(a) जे. जे. टॉमसन ने यह प्रस्तावित किया था कि परमाणु के केन्द्रक में केवल न्युक्लियांस होते हैं।
(b) एक इलेक्ट्रान और एक प्रोटॉन मिलकर न्यूट्रॉन का निर्माण करते हैं इसलिए यह अनावेशित होता है।
(c) इलेक्ट्रान का द्रव्यमान प्रोटॉन से लगभग 1/2000 गुणा होता है।
(d) आयोडीन के समस्थानिक का इस्तेमाल टिंक्चर आयोडीन बनाने में होता है | इसका उपयोग दवा के रूप में होता है।
उत्तर 14:
- (a) F
- (b) F
- (c) T
- (d) F
प्रश्न 15: रदरफ़ोर्ड का अल्फ़ा कण प्रकीर्णन प्रयोग किसकी खोज के लिए उत्तरदायी था-
परमाणु केंद्रक
इलेक्ट्रॉन
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
उत्तर 15: (a) परमाणु केंद्रक (✓)
प्रश्न 16: एक तत्व के समस्थानिक में होते हैं-
(a) समान भौतिक गुण
(b) भिन्न रासायनिक गुण
(c) न्यूट्रॉनों की अलग-अलग संख्या
(d) भिन्न परमाणु संख्या
उत्तर 16: (c) न्यूट्रॉनों की अलग-अलग संख्या (✓)
प्रश्न 17: Cl- आयन में संयोजकता- इलेक्ट्रॉनों की संख्या है-
(a) 16
(b) 8
(c) 17
(d) 18
उत्तर 17: (b) 8 (✓)
प्रश्न 18: सोडियम का सही इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निम्न में कौन सा है?
(a) 2,8
(b) 8,2,1
(c) 2,1,8
(d) 2,8,1
उत्तर 18: (d) 2,8,1 (✓)
प्रश्न 19: निम्नलिखित सारणी को पूरा कीजिए-
परमाणु संख्या | द्रव्यमान संख्या | न्यूट्रॉनों की संख्या | प्रोटॉनों की संख्या | इलेक्ट्रॉनों की संख्या | परमाणु स्पीशीज़ |
9 | – | 10 | – | – | – |
16 | 32 | – | – | – | सल्फ़र |
– | 24 | – | 12 | – | – |
– | 2 | – | 1 | – | – |
– | 1 | 0 | 1 | 0 | – |
उत्तर 19:
परमाणु संख्या | द्रव्यमान संख्या | न्यूट्रॉनों की संख्या | प्रोटॉनों की संख्या | इलेक्ट्रॉनों की संख्या | परमाणु स्पीशीज़ |
9 | 19 | 10 | 9 | 9 | फ़्लोरीन |
16 | 32 | 16 | 16 | 16 | सल्फ़र |
12 | 24 | 12 | 12 | 12 | मैग्नेशियम |
1 | 2 | 1 | 1 | 1 | ड्यूटीरियम |
1 | 1 | 0 | 1 | 0 | हाइड्रोजन |